गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस भले ही हार गई हो, लेकिन पार्टी के प्रदर्शन को देखा जाए तो पिछली बार की अपेक्षा पार्टी को लगभग दोगुनी सीटें मिली हैं. भाजपा और कांग्रेस में बहुत कम सीटों का अंतर रह गया है अब पार्टी को राजस्थान से अच्छी खबर मिली है. यहां कांग्रेस ने स्थानीयराजस्थान निकाय उपचुनाव में जिला परिषद की सभी चार सीटों पर भाजपा को क्लीन स्वीप कर दिया…
जिला परिषद की सभी 4 सीटों पर कांग्रेस का परचम
रविवार को प्रदेश के शहरी निकायों, जिला परिषद एवं पंचायत समितियों में 45 सीटों पर हुए उपचुनावों में सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला हुआ. चुनाव में जिला परिषद की सभी 4 सीटों पर कांग्रेस ने परचम लहराया, वहीं शहरी निकायों की 14 में से 7 सीटें भाजपा ने जीतीं.
हालांकि कांग्रेस ने भी 7 सीटों पर कब्जा किया. तीन सीटों पर पहले भी कांग्रेस थी, लेकिन इस बार कांग्रेस ने भाजपा से एक और सीट छीन ली. भाजपा को ब्यावर, प्रतापगढ़ हनुमानगढ़ नगर परिषद तथा इंद्रगढ़, बेगूं, छापर एवं कुचामन सिटी नगर पालिका में एक-एक सफलता मिली. कांग्रेस ने 27 में से 16 पंचायत समितियों और छह नगर पालिकाओं की सीटों पर जीत हासिल की है.
राजस्थान कांग्रेस ने 16 सीटों पर कब्जा जमाया
हालांकि कांग्रेस ने भी 7 सीटों पर कब्जा किया. तीन सीटों पर पहले भी कांग्रेस थी, लेकिन इस बार कांग्रेस ने भाजपा से एक और सीट छीन ली. भाजपा को ब्यावर, प्रतापगढ़ हनुमानगढ़ नगर परिषद तथा इंद्रगढ़, बेगूं, छापर एवं कुचामन सिटी नगर पालिका में एक-एक सफलता मिली. कांग्रेस ने 27 में से 16 पंचायत समितियों और छह नगर पालिकाओं की सीटों पर जीत हासिल की है.
राजस्थान कांग्रेस ने 16 सीटों पर कब्जा जमाया
कांग्रेस ने बांसवाड़ा, भीलवाड़ा एवं करौली में जिला परिषद की सीट पर जीत कायम रखी. जालोर जिला परिषद का एक वार्ड भाजपा से छीना. प्रदेश की 27 पंचायत समितियों में से भाजपा ने 10 सीटें, जबकि कांग्रेस ने 16 सीटों पर कब्जा जमाया. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने इस शानदार जीत के बाद कहा कि पंचायतराज एवं नगर निकायों के उपचुनावों में कार्यकर्ताओं की मेहनत से कांग्रेस को यह बड़ी जीत मिली है. ताजा नतीजों से साफ है कि भाजपा सरकार चंद महीनों की मेहमान है. भाजपा की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है
राजस्थान ;मुख्यमंत्री वसुंधरा के गढ़ में भाजपा हारी
स्थानीय निकाय चुनाव के नगरपालिका परिणाम में मुख्यमंत्री वसुंधरा के बेटे और सांसद दुष्यंत सिंह के गढ़ माने जाने वाले बारां जिले के दो वार्ड पर सत्ताधारी भाजपा को मिली हार पार्टी के लिए एक झटका है. वहीं, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के अशोक परनामी ने कहा कि, पंचायत वार्डों में कांग्रेस ने 6 सीटें भले ही ज्यादा जीती हैं. अजमेर संसदीय क्षेत्र, जहां उपचुनाव होना है, वहां भाजपा ने दोनों सीटें कांग्रेस से छीनी हैं. यह संकेत है कि भाजपा यहां लोकसभा उपचुनाव में भारी मतों से जीतेगी.
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