भारत देश में यू तो अनेको घोटाले होते रहते हैं। जिसमें कुछ घोटाले उजगार हो जाते हैं, तो कुछ दब जाते हैं,और कुछ का तो पता ही नहीं चलता हे । लेकिन हम आपके देश के कुछ ऐसे घोटालो के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने देश की राजनीति को हिलाकर रख दिया।
जीप घोटाला
यह देश में होने वाला पहला घोटाला था। आजादी के बाद भारत सरकार ने एक लंदन की कंपनी से 2000 जीपों को सौदा किया। सौदा 80 लाख रुपये का था।
लेकिन केवल 155 जीप ही मिल पाई। घोटाले में ब्रिटेन में मौजूद तत्कालीन भारतीय उच्चायुक्त वी.के. कृष्ण मेनन का हाथ होने की बात सामने आई। लेकिन 1955 में केस बंद कर दिया गया। जल्द ही मेनन नेहरू कैबिनेट में शामिल हो गए।
मारुति घोटाला
जीप घोटाला
यह देश में होने वाला पहला घोटाला था। आजादी के बाद भारत सरकार ने एक लंदन की कंपनी से 2000 जीपों को सौदा किया। सौदा 80 लाख रुपये का था।
लेकिन केवल 155 जीप ही मिल पाई। घोटाले में ब्रिटेन में मौजूद तत्कालीन भारतीय उच्चायुक्त वी.के. कृष्ण मेनन का हाथ होने की बात सामने आई। लेकिन 1955 में केस बंद कर दिया गया। जल्द ही मेनन नेहरू कैबिनेट में शामिल हो गए।
2जी घोटाला
2जी स्पेक्ट्रम घोटाला साल 2011 के आरंभ में प्रकाश में आया था। यह भारत का बहुत बड़ा घाटाल है। इस घोटाले में पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा पर गाज गिरी।
1.76 लाख करोड़ के इस चर्चित घोटाले ने पूरे देश में सनसनी फैलाई। हालांकि सीबीआई की एक विशेष कोर्ट ने घोटाले के सभी आरोपियों को बरी कर दिया है।
1.76 लाख करोड़ के इस चर्चित घोटाले ने पूरे देश में सनसनी फैलाई। हालांकि सीबीआई की एक विशेष कोर्ट ने घोटाले के सभी आरोपियों को बरी कर दिया है।
मारुति घोटाला
मारुति कंपनी बनने से पहले यहां एक घोटाला हुआ जिसमें पूर्व पीएम इंदिरा गांधी का नाम आया। इस मामले में पैसेंजर कार बनाने का लाइसेंस देने के लिए संजय गांधी की मदद की गई थी।
यूरिया घोटाला
यूरिया घोटाला स्वतन्त्रता के बाद भारत में हुए घोटालों में एक प्रमुख घोटाला है। नेशनल फर्टिलाइजर के एमडी सी एस रामकृष्णन ने कई अन्य व्यापारियों, जो कि पी वी नरसिंह राव के नजदीकी थे, के साथ मिलकर दो लाख टन यूरिया आयात करने के मामले में सरकार को 133 करोड़ रुपये का चूना लगा दिया।
चारा घोटाला
चारा घोटाला बिहार का सबसे बड़ा घोटाला है। 1996 में बिहार में हुआ यह बड़ा घोटाला था। लगभग 360 करोड़ रुपए का फर्जीवाड़ा किया गया था।
इसमें लालू प्रसाद सहित कई को आरोपी बनाया गया। आज इस चर्चित घोटाले का फैसला आ गया है, जिसमें लालू प्रसाद यादव को कोर्ट ने दोषी करार दिया है।
1987 में एक स्वीडन की कंपनी बोफोर्स एबी से रिश्वत लेने के मामले में राजीव गांधी समेत कई बेड़ नेता फंसे।
मामला था कि भारतीय 155 मिमी. के फील्ड होवित्जर के बोली में नेताओं ने करीब 64 करोड़ रुपये का घपला किया है।
मामला था कि भारतीय 155 मिमी. के फील्ड होवित्जर के बोली में नेताओं ने करीब 64 करोड़ रुपये का घपला किया है।
कॉमनवेल्थ गेम्स घोटाले यह करीब 70 हजार करोड़ का घोटाला था। इस खेल के नाम पर जमकर लूट-खसोट हुई। घोटाले के सूत्रधार आयोजन समिति के अध्यक्ष सुरेश कलमाड़ी और उनके सहयोगी रहे।
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